और वो मेरी साँसों को बंद करने चले हैं। हाल ऐ दिल!
>> Thursday, July 31, 2008
अब तो दोस्त भी मुझसे हँसने की गुज़ारिश करने लगे हैं,
कहने लगे है तुम्हे भूल जाऊँ, मेरे लिए ख़ुदा से ये दुआ करने लगे हैं,
क्या बताऊँ मैं उन्हें की तुम मेरी सासों में शामिल हो,
और वो मेरी साँसों को बंद करने चले हैं।
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